Thursday 16 August 2012

Crystal Shree Yantra


A HEALFEEL UNIVERSE



  • यन्त्र  क्या  है  ? 



यन्त्र का अर्थ है -
एक प्रकार विशेष प्रकार की आकृति जिसमे देवताओं का निवास माना गया है यन्त्र का रूप कहलाता है यन्त्र शब्द की उत्पति  ' यम ' धातु से हुई है आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यन्त्र देवी देवताओं का प्रतीक माना जाता है यन्त्र  देवी देवताओं का गृह ( घर ) ही होता है जिसमे उनका निवास स्थान होता है ठीक वैसे ही जैसे मनुष्य अपने घर में रहता है यन्त्र में रेखा , वर्ग , चक्र , वृत  आदि होते है ।किसी भी देवी देवता के ध्यान या प्रार्थना  में यन्त्र का सर्वाधिक महत्व है ।  

यन्त्र को सही शब्दों में व्याख्या करें तो यह है -

ज्ञान और विज्ञान के सम्मिश्रण , निश्चित  नियमो के पालन से ,ज्यामितीय दृष्टिकोण से एक निश्चित रूप  दिया जाता है इस रूप को प्रतिनिधि देवता का स्वरुप माना जाता है यन्त्र का प्रयोग देवता की उपासना तथा उनके साथ लयात्मक  एकरूपता भाव जोड़ने और उसमे लयबद्ध होने के लिए किया जाता है ।




www.facebook.com/AHEALFEELUNIVERSE

  • श्री  यन्त्र  की  महिमा




अर्थ युग में इंसान न जाने कितनी भौतिक आवश्यकताओं से घिरा रहता है और उसको पूर्ण करने के लिए हर संभव प्रयास भी करता है इच्छा करना इंसान की आदत है और उसे करनी भी चाहिए बिना इच्छा के कुछ भी मिल पाना असम्भव है उसमे सामाजिक व्यक्ति धन पाने की इच्छा रखता है तो वह अपनी जगह सही है , धन का महत्व आज के युग में किसी से छिपा नहीं है . जैसा की हम सब जानते है कि  धन , वैभव , सुख , सम्पति की अधिष्ठात्री देवी माँ लक्ष्मी है ।






इनकी कृपा के बिना इंसान कुछ नहीं कर सकता | भारतवर्ष में यंत्रो का अपना स्थान रहा है और ये यन्त्र प्राचीन काल में विभिन्न प्रकार के धातुओं से बनायें जाते थे , जिसमे' श्री यन्त्र ' का उल्लेख अत्यधिक रहा है, यह लक्ष्मी प्राप्ति का में अदभुत प्रभावकारी माना जाता है ।क्रिस्टल से निर्मित श्री यन्त्र मेरु के समान होते है ।
 इसे " यंत्रराज " भी कहा जाता है, क्रिस्टल में बने  श्री यन्त्र में क्रिस्टल की शक्तियां भी सन्निहित होती हैं ।
जैसा सब जानते है कोई भी यन्त्र हो उसमे उभरा हुआ यन्त्र सामान्य यंत्रों से कई गुना लाभदायक और शक्तिशाली होता है ।

 क्रिस्टल श्री यन्त्र का रूप लगभग पिरामिड के जैसा ही होता है " पिरामिड " शब्द का अर्थ है  जिसके मध्य में अग्नि ( ऊर्जा ) है । प्राचीन काल से ही इसे घरों ,व्यावसायिक प्रतिष्ठानों  और  पूजा स्थलों मे रखा जाता था । श्री यन्त्र को ' दिव्य देव शरीर ' भी कहा जाता है । कहते हैं श्री यन्त्र के सम्मुख रोजाना प्रार्थना करने से व्यक्ति का जीवन ऐश्वर्य ,धन संपदा , सुख ,शांति से परिपूर्ण  हो जाता है ।क्रिस्टल श्री यन्त्र समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला है , लेकिन  यह लक्ष्मी कृपा प्राप्ति  के लिए  अत्यधिक प्रसिद्ध है| श्री यन्त्र को समस्त चक्रों को राजा माना जाता है ,हमारे मानव शरीर में भी रचित ' श्री यन्त्र ' का चक्रों के माध्यम से भारतीय ऋषि -मुनियों ने काफी अच्छे से बतलाया है । श्री यन्त्र का डिजाईन बिंदु और त्रिकोण से माना गया है।

  इस बिंदु में पहले ही तीन बिंदु सफ़ेद ,लाल और कई मिश्रित कलर बताये गए हैं , इन्ही बिदुओं के त्रिकोण को मुख्य त्रिकोण कहा जाता है ।








  •  श्री  यन्त्र  क्या   है  ?


अब हम चर्चा करते हैं श्री यन्त्र क्या है ? श्री यन्त्र को विज्ञानं के दृष्टिकोण से देखे तो काफी रोचक बातें इसमें मिलती है सबसे बड़ी बात यह क्रिस्टल में उभरा हुआ बना है, ( क्रिस्टल के बारें में जानने के लिए हमारा 
ब्लॉग " लाइफ विथ क्रिस्टल " पढ़े )  । जैसा हम जानते हैं क्रिस्टल में हजारों गुना शक्ति  अपने आप में 
होती है उसमे "श्री यन्त्र " का होना यानी कुदरत में दिव्यता का प्रवेश ,श्री यन्त्र का सरल शब्दों में अर्थ यही है - श्री से बना यन्त्र ( गृह ) इसका मतलब "लक्ष्मी का निवासस्थल " । श्री यन्त्र में शून्य से सर्जन तक का अंतरिक्षीय विकास देखने को मिलता है श्री यन्त्र की रचना  अपने आप में अद्भुत है ।


श्री यन्त्र में लगभग 2800 से भी ज्यादा  दिव्य परम शक्तियों का निवास माना जाता है रेखा गणित के माध्यमों से विवेचित भी किया गया है । इसके 9 आवरण , 43 त्रिकोण , 24 पंखुड़िया और इन 43 त्रिकोण को आवरण में रखे 2 कमल दल हैं  पहला कमल दल आठ का है  जबकि दूसरा कमल दल सोलह का है दोनों कमल दलों के बाहर तीन वृताकार सर्किल है तथा उसके बाहर है तीन वर्गाकार जिसे भुपूर कहा जाता है । क्रिस्टल श्री यन्त्र अलौकिक शक्तियों से परिपूर्ण होता है । श्री यन्त्र का सम्बन्ध धन ,वैभव , सम्पदा और सुखमयी जीवन की अधिष्ठात्री श्री महालक्ष्मी से है इसीलिए इस यन्त्र का नाम ' श्री यन्त्र ' कहा जाता है ।


पर्वतों की  तरह दिखने वाले ये क्रिस्टल श्री यन्त्र उनके जैसे ही होते हैं विशाल ,शक्तिशाली , शांत  और उनके अन्दर ज्वालामुखी जैसी ऊर्जा , इसीलिए क्रिस्टल श्री यन्त्र जीवन में विशालता लाते है हमारे अन्दर जीवन शक्ति ऊर्जा का संचार करते है समृद्धि ,वैभव प्रदान करते है सबसे बड़ी बात इनकी यह है कि जीवन में शान्ति लाता है उसे आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित करता है ।


श्री यन्त्र की पूजा करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम ' श्री सूक्तं ' का पाठ है जिसमे हमारे भावों की वृति जितनी शुद्ध और पवित्र होती है उतनी ही श्री यन्त्र के साथ हमारी एकात्म प्रक्रिया बढती जाती है । श्री यन्त्र की उपासना  शरीर के चक्रों का ध्यान करते हुए की जाए तो परिणाम अद्भुत मिलते है ।
श्री यन्त्र के सम्मुख प्रार्थना करते हुए 'श्री सूक्तं ' का जरुर करें ।


इस ब्लॉग में आपको क्रिस्टल श्री यन्त्र की एक छोटी सी जानकारी ही प्रदान कर रहे है क्रिस्टल श्री यन्त्र के बारें में विवेचना की जाए उतनी कम ही होगी । क्रिस्टल श्री यन्त्र से जुडी सारगर्भित जानकारी  ब्लॉग में हमने आपको बतलाई है उम्मीद है आपको पसंद आई होगी ।




Vaastu Expert Dinesh Kumar | A HEALFEEL UNIVERSE |


A HEALFEEL UNIVERSE में  हर प्रकार के क्रिस्टल 'श्री यंत्रों ' का उच्चतम विधि द्वारा शक्तिपात किया जाता है । आप इसकी स्थापना अपने घर , ऑफिस , फैक्ट्री , दुकान , सिनेमाघर  तथा मंदिर में कर सकते हैं तथा इससे होने वाले सर्वांगीण लाभ प्राप्त कर सकते है ।










No comments:

Post a Comment